Bikaner, कृष्ण प्राकट्य का अभिप्राय माBikanerनव धर्म प्रचार सेवा संस्थान समाज सेवी हनुमान प्रसाद धामू परिवार बीकानेर के संयोजन “समाजसेवी हनुमान प्रसाद धामू की स्मृति” में एमएम ग्राऊंड के पीछ स्थित”नवरत्न शिवलाल धामू निवास” में श्री मद भागवत सप्ताह कथा हो रही हे।। उपरोक्त भागवत कथा आयोजन नवरत्न शिवलाल धामू निवास में
सद् ग्रहस्थ संत मनु जी महाराज के संरक्षण मे कथा वाचन श्रीछैल बिहारी महाराज के मुखारविन्द से हो रहा है।समाज सेवी स्व: हनुमान प्रसाद धामू की “धर्म पत्नी श्रीमति कमला देवी धामू की सन्निधि मे”समाजसेवी हनुमान प्रसाद धामू की स्मृति में भागवत सप्ताह कथा हो रही है। आज चतुर्थ दिवस कथा पुर्व व्यासतिलक व श्रीमदभागवत पुराण पुजन”नवरत्न जी धामू द्वारा सप्तनिक”करवाया गया। बाल संत श्रीछैल बिहारी जी महाराज ने चतुर्थ दिन की भागवत कथा वाचन करते हुवे चतुर्थ दिवस गजेंद्र मोक्ष,समुन्द्र मंथन देवासुर संग्राम, वामन अवतार,राजा अम्बरीष की कथा,भगवान राम का जन्म के पश्चात गर्जन व बारिश के साथ भीगते हुए सेंकडो श्रद्धालुओं ने बालसंत श्रीछैल बिहारी महाराज की भागवत कथा में कृष्ण जन्मोत्सव धुमधाम से मनाया। उपरोक्त अवसर पर कृष्ण जन्मोत्सव मे पधारे शिवबाडी मठ के अधिष्ठाता संवित विमर्शानंदगिरिजी महाराज
ने प्रवचन करते हुए कहा, कि कथा मे कृष्ण जन्मोत्सव के साथ बरसात होते रहने का तात्पर्य यह की भगवान शिव स्वयं इन्द्र के साथ कृष्ण का अभिषेक करने पधारे है।ओर ऐसे शुभ शकुन बाल संत जी की कथा मे इस प्रकार प्रकृति व प्रयावरण संरक्षण सेवा के साक्षी स्वयं प्रकृति बरसात के रुप मे साक्षी बनी हे।बालसंत श्री छैल बिहारी महाराज ने कहा कि जब जब भक्ति और भक्तों के जीवन में कष्ट और विघ्न आते हैं,,तब तब भगवान किसी ना किसी रूप में भक्तों के कल्याण हेतु अवतार लेते हैं। इसी प्रकार के राक्षस व आसुरीवर्ति का अंत करने के लिए भगवान ने अवतार लिया है।कथा मे बाल गोपाल कृष्ण राधे का रुप धरे बालक बालिकाओं ने रंग बिरंगी मालाओं से सजे पंडाल मे झांकी बने धामु प्रांगण को वृन्दावन जेसा महसूस करवा रहे थे। हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की के उद्दघोष से गुंजायमान हो उठा।भागवत कथा श्रद्धालु भक्तजनों को अभियान के तहत11,000 पौधा वितरण” श्रंखला में सेंकडो पौधों का वितरण भी प्रसाद रुप मे किया जा रहा था। पौध वितरण में सेवाश्रम हैतु रूपकिशोर नवरत्न शिवलाल धामू ,हरिकिशन नागल ओमप्रकाश कुलरिया, देेवकिशन गैपाल,नितेश आसदेव शंकरलाल नागल,नंदनी पुरोहित महेश कुमार धामु एवं पंडित चुन्नीलाल शास्त्री संपूर्ण कथा मैं व्यवस्था एवं पौध वितरण व्यवस्था का कार्य प्रभार संभाल रहे हैं।