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बीकानेर,कृषि महाविद्यालय बीकानेर के मृदा विज्ञान व कृषि रसायन विभाग द्वारा आयोजित मृदा व जल परीक्षण एवं उपकरण पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को सम्पन्न हुआ। यह जानकारी देते हुए प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों को मृदा में विभिन्न पौषक तत्वों के परीक्षण तथा विभिन्न उपकरणों का प्रायोगिक ज्ञान करवाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. पी. एस. शेखावत, निदेशक अनुसन्धान, ने प्रशिक्षणार्थियों को मृदा व जल परीक्षण एवं उपकरणों की महत्वता के बारे में बताया और कहा कि खेती में आज कल किसान बिना मृदा जाँच करवाये ही उर्वरकों का अंधाधुंध प्रयोग कर रहे हैं जिससे मृदा का स्वास्थ्य खराब हो रहा है एवम कृषि की लागत भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि यदि किसान मृदा की जाँच करवा कर उर्वरकों का उचित मात्रा में उपयोग करे तो ना केवल उत्पादन बढेगा अपितु कृषि की लागत भी कम होगी एवं मृदा स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस अवसर पर अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय बीकानेर डॉ. आई.पी. सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा कृषि में आदनों के अनुकूलतम उपयोग की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम में विश्वविधालय के अधिष्ठाता,निदेशक एवं अधिकारी मौजूद रहे।

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