बीकानेर के तत्वावधान में वरिष्ठ खेल प्रशासक एवं जिला क्रीड़ा परिषद के पूर्व सचिव खुशालचंद रंगा की पुण्यतिथि के अवसर पर पुष्पांजलि- विचाराजंलि तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम स्थानीय ब्रह्म बगीचा में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान अशोक का वृक्ष लगाए गए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सखा संगम के अध्यक्ष एन.डी. रंगा ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष, वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शहर जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष एडवोकेट हीरालाल हर्ष रहे।
इस अवसर पर वरिष्ठ लघु कथाकार अशफाक कादरी ने खुशालचंद रंगा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने खुशालचंद रंगा द्वारा शैक्षणिक क्षेत्र में किए गए नवाचारों पर विस्तार से पत्र वाचन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए हैं एन.डी. रंगा ने कहा कि खुशाल चंद रंगा को अपनत्व भाव से देखा जाना चाहिए, उन्होंने सदैव आत्मीयता एवं अपनत्व को तरजीह दी।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राजेन्द्र जोशी ने कहा कि खुशालचंद रंगा ने जिला क्रीड़ा परिषद के सचिव रहते हुए खेल संस्थाओं को सक्रिय करने का महत्वपूर्ण काम किया, उन्होंने कहा कि की राजस्थान में खेल पत्रकारिता के लिए मासिक पत्रिका का प्रकाशन क्रीडांचल के रूप में रंगा ने पहल कर प्रकाशित की।
वृक्षारोपण के बाद आयोजित पुष्पांजलि में विशिष्ट अतिथि एडवोकेट हीरालाल हर्ष ने कहा खुशाल चंद रंगा छात्र राजनीति के चित्रेरे व्यक्तित्व थे, उन्होंने डूंगर महाविद्यालय, युवक कांग्रेस एवं एनएसयूआई में सदैव छात्रों का नेतृत्व और मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में कवि- संस्कृतिकर्मी चंद्रशेखर जोशी ने रंगा द्वारा खेल पत्रकारिता में किए गए नवाचारों को रेखांकित किया। इस अवसर पर बृजगोपाल जोशी, समाजवादी चिंतक नारायणदास रंगा, टेबलटेनिस कोच मंगल चंद रंगा, प्रवीण शर्मा, मुरलीमनोहर पुरोहित, एंकर ज्योति प्रकाश रंगा, अभियंता महेश कुमार व्यास, शारीरिक शिक्षक दीपक रंगा एवं तैराकी कोच गिरिराज जोशी, बंटी रंगा, मनोज व्यास सहित अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किए।