बीकानेर,मेघवालों का मौहल्ला, किसमीदेसर बीकानेर का सबसे पुराना कस्बा है, जहां पर मेघवालों का मौहल्ला स्थित है, जहां पर ज्यादातर नायक, मेघवाल, वाल्मिकि आदि दलित समाज के लोग निवास करते हैं बरसात के समय आस-पास के क्षेत्रों सहित कई मौहल्लों का पानी व बरसात का पानी इकट्ठा होकर मेघवालों के मौहल्ले से होकर सरकारी जमीन के खसरा न. 569 में स्थित सरकारी जमीन पर जाता था। वहां पर वर्तमान में भूमाफियाओं जिनका राजनीतिक पहुंच बहुत ऊपर तक है ने अपनी निजी स्वार्थ के लिए उस सरकारी जमीन पर अवैध रूप से सड़क का निर्माण करवा कर जमीन का लेवल ऊपर कर लिया है, जिसके कारण अब बरसात के समय आस-पास के मौहल्लों से आने वाला गंदा पानी मौहल्लें में आ जाता है, जिसके कारण कभी बरसात के समय या नाला जाम हो जाने से मेघवालों के मौहल्लें में पानी चला जाता है जिससे मौहल्लेवासियों का रहना दुर्भर हो गया है एवं गंदे पानी की वजह से कई प्रकार की बीमारियां फैल रही है जिससे यहां के निवासियों का जीवन जोखिम में पड़ गया है।
समय रहते आप द्वारा जो अवैध सड़क बनाई गई है जहां पर बरसात का पानी चला जाता है उस अवैध सड़क को ध्वस्त किया जाये तथा पानी की निकासी की उचित व्यवस्था की जाये इस समस्या का निदान नहीं किया गया तो हम मौहल्ले वासियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस सड़क के संबंध में हमने नगर निगम व नगर विकास न्यास से पता कराया तो उन्होनें इस सड़क के बारे मे किसी भी प्रकार की जानकारी होने से मना कर दिया तथा दोनों ही विभागों ने कहा कि हमारे द्वारा कोई सड़क निकाली नहीं गई है, तथा राजस्व रिकॉर्ड में भी यहां पर कोई रास्ता नहीं है बल्कि यह सरकारी जमीन है तथा रास्ते का कोई अंकन नहीं है। जिसे लेकर आज कार्यालय जिला कलेक्टर महोदय तथा संभागीय आयुक्त महोदय के आगे प्रदर्शन कर उपरोक्त समस्या को अवगत करवाया गया। भीम सेना के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया