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बीकानेर,नागौर, मेड़ता, मूंडवा।बाइक चोरी के आरोप में पकड़े गए युवक की पुलिस हिरासत के दौरान मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल परिसर में मोर्चरी के आगे रालोपा विधायक इंदिरा बावरी के साथ धरना देकर बैठे लोग मांगें नहीं माने जाते तक शव उठाने को तैयार नहीं है। मौत हुए लगभग 24 घंटे बीते चुके हैं और इतना ही समय धरना दिए हुए हो गया।

बीकानेर, नागौर, मेड़ता, मूंडवा के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पांच मांगों का एक पत्र सौंपा है। इन मांगों में पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश देने सहित दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। मृतक के परिजनों को 50 लाख रूपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की गई है।

ये हैं प्रदर्शनकारियों की मांगें:
-पूरे मामले की न्यायिक जांच हो।
-मूंडवा, मेड़ता सहित जिस भी थाने के अधिकारी इस मामले में दोषी हैं उन्हें निलंबित करें।
-जो हैड कांस्टेबल और सहायक चोरी के आरोपी युवक को लेकर जा रहा था उसके खिलाफ धारा 302 में मामला दर्ज हो।
-मृतक के परिजनों को 50 लाख रूपए मुआवजा दिया जाए।
-मृतक के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

मामला यह है:
मेड़ता सिटी थाने के राजू बावरी को बाइक चोरी के आरोप में बीकानेर के जसरासर थाना इलाके में पकड़ा गया था। यहां से मेड़ता सिटी की पुलिस उसे बस में ले जा रही थी। पुलिस का कहना है कि रास्ते में मूंडवा के पास वह बस से कूद गया और गाड़ी के नीचे आने से गंभीर चोटिल हो गया। उसे पहले मूंडवा, फिर नागौर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां से बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल रवाना किया। गंभीर हालत में यहां लाए गए राजू यानी राजेन्द्र की कल 6 जून दोपहर को मौत हो गई। इसके बाद से ही यहां धरना चल रहा है।प्रदर्शन कर रही विधायक का आरोप:

पुलिस की भूमिका संदिग्ध
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस कह रही है कि वह बस से कूदकर भागने लगा और गाड़ी के नीचे आने से घायल हो गया। दूसरी ओर ऐसा कहा जा रहा है कि बीकानेर में भी पुलिस ने उसके साथ मारपीट की। बस में रास्ते भर धमकाया जा रहा था। ऐसे में वह खुद कूदा है या कुछ और हुआ है इस बारे में जांच होनी चाहिए। घायल अवस्था में भी जब वह मूंडवा था तो यहां से जोधपुर और अजमेर जैसे सेंटर नजदीक हैं। ऐसे में इलाज के लिए वहां ले जाना चाहिए था। ऐसा होता तो समय पर हॉस्पिटल पहुंचने से इलाज हो जाता। उसे बीकानेर ले जाया गया। बहुत वक्त जाया किया इससे मौत हो गई। इंदिरा देवी बावरी, प्रदर्शनकारियों के साथ मौजूद रालोपा की मेड़ता सिटी विधायक

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