बीकानेर,स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र की ओर से बीकानेर में एनजीओ, ट्रस्ट और विभिन्न संस्थाओं के साथ दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम शीघ्र ही आयोजित किया जाएगा।
केंद्र के चेयरमैन मुमताज मसीह ने रविवार को सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा राजस्थान के समस्त जिलों में संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अब तक 5 जिलों में ऐसे कार्यक्रम हो चुके हैं। आगामी 2 माह में ऐसे पूरे प्रदेश में यह संवाद आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि संवाद श्रंखला में शिक्षा, चिकित्सा, महिला एवं बाल विकास सहित 10 विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे तथा सरकारी योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह टू वे कम्युनिकेशन के तहत होगा, जिसमें एनजीओ और ट्रस्ट की प्रतिनिधि अपने सवाल पूछ सकेंगे और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अपने सुझाव भी दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली एनजीओ को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित किया जाएगा। वहीं लचर काम करने वाली संस्थाएं ब्लैक लिस्टेड होंगी।
उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र का उद्देश्य इन गैर लाभकारी संस्थाओं के माध्यम से सरकार की योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुंचाना है, क्योंकि ऐसे संगठनों की पहुंच समाज के प्रत्येक क्षेत्र में होती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे संगठन योजनाओं के बारे में सरकार का मार्गदर्शन कर सकें, जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप योजनाओं का लाभ पात्र जनों तक पहुंच सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त एनजीओ के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए एक पोर्टल बनाया गया है। इसके माध्यम से सभी संस्थाओं का पंजीकरण किया जाएगा।
इस दौरान केंद्र सलाहकार संजय गौड़, पंकज दाधीच, राजेश दाधीच, डॉ. मिर्जा हैदर बैग, ऋषि कुमार व्यास, श्याम कुमार तंवर, हनुमान दास व्यास तथा सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक सुशील कुमार शर्मा मौजूद रहे।
*अधिकारियों के साथ ली बैठक*
स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के चेयरमैन मुमताज मसीह ने इससे पहले अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बीकानेर में प्रस्तावित संवाद कार्यक्रम की रूपरेखा तथा भागीदारी निभाने वाली एनजीओ के संबंध में चर्चा की। बैठक में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, जिला रसद अधिकारी पंकज शर्मा, सांख्यिकी विभाग के उप निदेशक सुशील कुमार शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।