Trending Now












बीकानेर,जयपुर। पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेशभर में पिछले कई दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। जिसका असर प्रदेश के कई जिलों में आज भी बना हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग ने 22 मई से नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने की भविष्यवाणी की है।

जिसके चलते एक बार फिर राजस्थान में आंधी-बारिश का दौर शुरू होगा। प्रदेश में लगातार बदल रहे मौसम के चलते लोगों को गर्मी से तो काफी राहत मिल रही है। लेकिन, धूल भरी आंधी और बारिश के साथ ओले गिरने के कारण लोगों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। पिछले तीन दिन में बारिश और आकाशीय बिजली के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके है और कई घायल हो चुके है।

आज इन जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने आज एक बार फिर बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक आज राजधानी जयपुर सहित दौसा, सीकर, अलवर झुंझुनूं, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर जिले के कुछ भागों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। साथ ही 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूलभरी आंधी चलने की संभावना है।

22 मई से फिर बदलेगा मौसम का मिजाज

जयपुर मौसम केंद्र की मानें तो एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण 22 मई से एक बार फिर आंधी-बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। लेकिन, 19 और 21 मई को प्रदेशभर के अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क बना रहेगा। साथ ही तापमान में 2-3 डिग्री बढोतरी होने की सम्भावना है। जिसके चलते दो दिन तक लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। जोधपुर और बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं अधिकतम तापमान 43-45 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है।

तीन दिन में कई लोगों की गई जान

बता दें कि पिछले तीन दिन से राजस्थान में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। लेकिन, अंधड़ ने जमकर तबाही मचाई। प्रदेश में अधिकतर जगह पेड़ धराशाही हो गए। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और मौसम परिवर्तन के कारण लोगों की जान भी चली गई। बुधवार को धौलपुर जिले के दो जगह आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग झुलस गए। इससे पहले मंगलवार को जयपुर के दूदू क्षेत्र में निकटवर्ती गांव नंदपुरा में अंधड़ के कारण मकान की दीवार गिर गई थी। जिसके कारण 6 साल की बच्ची की मलबे में दबने से मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हो गए थे। वहीं, झुंझुनूं के सिघाना में महाराणा माता के मंदिर में मुख्य द्वार पर लगी बांस की बल्लियां गिरने से एक दिव्यांग की मौत हो गई थी।

Author