बीकानेर.बीकानेर के रसगुल्लों की मिठास, नमकीन के तीखेपन और दाड़म के दानों की तरह रामपुरियों की हवेली पर की गई नक्काशी विश्वविख्यात है। खान-पान और कला की यह विशिष्टता रिझाती तो है ही, साथ ही बीकानेर के गौरव को चार चांद भी लगाती है।
लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कुछ ऐसा हो रहा है, जो बीकानेर की साख को बट्टा लगाता दिखाई दे रहा है। गत सात-आठ साल क्रिकेट सट्टा और प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल और नकल के लिए आजमाए गए संगठित तरीके ने यहां की साख और पहचान दोनों को कुख्यात किया है।
क्रिकेट सट्टा के कारण बीकानेर के सटोरियों ने देश ही नहीं, विदेशों तक में बीकानेर की छवि को धूमिल किया है और अब नकल गिरोह अपनी करतूतों से बीकानेर की ख्याति पर कालिख पोत रहा है।प्रतियोगी परीक्षाओं से उठ रहा भरोसा
पिछले कुछ वर्षों से प्रतियोगी परीक्षा में नकल कराने का गिरोह मुख्य रूप से बीकानेर में सक्रिय है। रीट, पटवारी, उप निरीक्षक, ईओ-आरओ सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं में नकल का बवंडर उठता रहा है।
इन प्रकरणों में नकल गिरोह के सरगना तुलसाराम कालेर, पौरव कालेर की भूमिका सामने आती रही है। प्रतियोगी परीक्षा में नकल गिरोह की ओर से नकल कराने के लिए नए-नए तरीके ईजाद करने से योग्य अभ्यर्थियों का प्रतियोगी परीक्षाओं से भरोसा ही उठता जा रहा है।
इन घटनाओं ने दिया बदनामी का दाग
– 23 जुलाई, 22 को जिला पुलिस ने करीब तीन करोड़ 27 लाख 70 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए। सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। दो प्रिंटर, छह पेपर कटर, पेपर कटर ब्लेड बरामद की।
– 26 सितंबर, 21 को रीट की परीक्षा में चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। 11 गिरफ्तार हुए और तीन दर्जन के करीब चप्पलें बरामद की गईं।
– 13 सितंबर, 2021 में उप निरीक्षक की परीक्षा हुई। पुलिस ने नकल गिरोह के आठ सदस्यों को परीक्षा से पहले ही दबोच लिया।
– 24 अक्टूबर, 21 को पटवारी परीक्षा में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से 32 मोबाइल फोन बॉक्स, 21 सिम डिवाइस, चार मक्खी, अभ्यर्थियों से लिए सात-सात लाख के चेक बरामद किए गए।
एनआईए ने मांगी थी रिपोर्ट करीब छह साल पहले बीकानेर में क्रिकेट सट्टा, हवाला कारोबार तथा राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के मामले की छानबीन की गई। इसके लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने राजस्थान पुलिस को पत्र लिखकर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी।
एनआईए ने मुंबई के गोरेगांव, जयपुर के शास्त्री नगर और बीकानेर के गंगाशहर थाने में दर्ज मुकदमों को आपस में जोडक़र जांच की थी। गंगाशहर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में नौ जनों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमनदीपसिंह कपूर से एनआईए ने पूरी जानकारी मांगी थी।