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बीकानेर, स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा सोमवार को प्रसार सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन मानव संसाधन विकास निदेशालय के सभागार में किया गया। यह जानकारी देते हुए प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र ने बताया कि कुलपति डॉ. अरुण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मुख्य अतिथि डॉ. ए.के. सिंह, पूर्व उप महानिदेशक, कृषि प्रसार, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली एवं वर्तमान कुलपति, रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वद्यालय, झांसी थे। दो प्रगतिशील किसानों श्री मनीराम लांबा (चुरु) तथा श्री दिलीप सिंह गहलोत(जैसलमेर) को भी बतौर अतिथि सम्मिलित किया गया। बैठक में डॉ. सुभाष चन्द्र ने इससे पूर्व 28 दिसम्बर, 2020 को वर्चुअल मोड पर आयोजित बैठक में आए सुझाव एवं उन पर की गई कार्यवाही से सदन को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि सुझावों पर अमल करते हुए विश्वविद्यालय के अधीन सभी 7 कृषि विज्ञान केन्द्रों ने मोबाइल एप तथा वेबसाइट विकसित कर ली है तथा समय-समय पर किसानों को सलाह जारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुलपति के निर्देशानुसार प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र ‘एक जिला एक उत्पाद’ पर कार्य कर रहा है तथा हर बुधवार को किसान चौपाल का आयोजन कर किसानों की समस्याओं का समाधान भी कर रहे हैं। मुख्य अतिथि डॉ. ए.के. सिंह ने अपने उद्बोधन मे कहा कि कुलपति द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्रों को किसान उत्पाद संगठन बनाने का सुझाव स्वागत योग्य है। कृषि विज्ञान केन्द्र अन्य संस्थाओं द्वारा बनाये किसान उत्पाद संगठन से भी जुड़कर किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि आज कृषि विज्ञान केन्द्र को एक डिजीटल प्लेटफार्म के रुप में कार्य करते हुए विभिन्न सूचनाओं का संग्रहण संचित करना चाहिए ताकि किसानों को सूचनाएं सुगमता से उपलब्ध हों। उन्होंने ड्रॉन तकनीक का उपयोग फसल पर छिड़काव तक ही सीमित नहीं रखने तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स का उपयोग कर उससे अधिक से अधिक सूचनाएं प्राप्त करने की दिशा में कार्य करना चाहिए।

बैठक में वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित व्यावसायिक प्रशिक्षणों उपरान्त कितने प्रशिक्षणार्थियों ने स्वउद्यम स्थापित किया है, इसकी सूचना वर्षवार बनानी चाहिए और उनकी सफलता की कहानी सार्वजनिक की जानी चाहिए। बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र लूनकरनसर द्वारा रिवॉल्विंग फण्ड में 1 करोड़ से अधिक की आय संचित करने पर केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. मदन लाल रैगर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैठक में निदेशक अनुसंधान, डॉ. पी.एस. शेखावत ने विश्वविद्यालय के कार्यक्षेत्र में सम्मिलित छः जिलों बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़,चुरु, जैसलमेर तथा झुंझुनूं के लिए खरीफ एवं रबी फसलों में की गई अनुशंसाओं एवं फसलों की उन्नत किस्मों के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने अपने-अपने कृषि विज्ञान केन्द्र का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। बैठक में कृषि संकाय अध्यक्ष डॉ. आई.पी. सिंह, डॉ. विमला डुकवाल, डॉ. पी.के. यादव, डॉ. वीर सिंह, डॉ. दीपाली धवन, संयुक्त निदेशक(कृषि विस्तार) डॉ. कैलाश चौधरी, राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. राजेश कुमार धूड़िया सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक का संचालन डॉ. केशव मेहरा ने किया तथा उपनिदेशक, प्रसार शिक्षा डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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