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बीकानेर,कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने पिछले साल शैक्षणिक सत्र के अंत में प्री-प्राइमरी कक्षाओं में दाखिले की प्रक्रिया शुरू की थी. जिसके तहत अभ्यर्थियों से फरवरी 2022 में आवेदन लिए गए थे।

लेकिन राज्य सरकार ने निर्देश दिया था कि प्री-प्राइमरी कक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्रों की फीस का भुगतान संबंधित निजी स्कूल में पहली कक्षा में पहुंचने के बाद ही शुरू होगा।

इसका नतीजा यह हुआ कि कई निजी स्कूलों ने लॉटरी में नंबर आने के बाद भी छात्रों को प्रवेश नहीं दिया. जिससे प्रदेश में करीब एक लाख छात्र प्रवेश से वंचित रह गए। आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 30 हजार निजी स्कूलों में से 10 हजार स्कूलों में एक भी छात्र को मुफ्त प्रवेश नहीं मिला. शेष 20 हजार विद्यालयों में 1.19 लाख विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। शिक्षा सत्र 2022-23 में प्रदेश के 2.20 लाख विद्यार्थियों ने प्री-प्राइमरी कक्षा में प्रवेश के लिए आवेदन किया था।

प्रवेश नहीं मिलने की शिकायत शिक्षा निदेशालय तक पहुंची तो निदेशालय ने शिक्षा सत्र 2023-24 में निःशुल्क प्रवेश प्रक्रिया से वंचित प्री-प्राइमरी के विद्यार्थियों को प्राथमिकता देने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में निःशुल्क प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। प्रदेश के करीब 5 लाख विद्यार्थियों ने 30 हजार निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। इसकी लॉटरी 20 अप्रैल को निकाली जानी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया है। लॉटरी की नई तारीख अभी तय नहीं हुई है।

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