बीकानेर,जयपुर,सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को मुफ्त दवा देने के मामले में देश में राजस्थान पहले पायदान पर है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 76.02 फीसदी मरीजों को मुफ्त दवा मिल रही है। दूसरे नंबर पर बिहार और तीसरे नंबर पर तेलंगाना राज्य है।
यह खुलासा राज्यों के दवाओं की उपलब्धता की सॉफ्टवेयर के जरिए मॉनिटरिंग करने वाले केंद्र सरकार के ड्रग्स एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) की अप्रैल-2023 की रिपोर्ट में हुआ है। बता दें, दो अक्टूबर -2011 से संचालित नि:शुल्क दवा योजना में बजट 195 करोड़ रुपए था, जो अब बढक़र अब 1200 करोड़ रुपए हो गया है। वर्ष-2022-23 में इस योजना के तहत 14 करोड़ मरीज लाभान्वित हुए।
मेडिकल कॉलेज में 1226 नि:शुल्क दवा
चिकित्सा संस्थान दवा सर्जिकल सूचर्स कुल मेडिकल कॉलेज 1226 174 153 1553 जिला अस्पताल 715 156 64 935 सीएचसी 554 124 38 716 पीएचसी 417 85 16 518
प्रदेश स्तर का बजट
वित्तीय वर्ष बजट
2017-18 727.27
2018-19 489.46
2019-20 788.33
2020-21 962.73
2021-22 1150
(बजट करोड़ों में है)
कहां कितने लाभार्थी
राज्य लाभार्थी (त्न में)
राजस्थान 76.02
बिहार 66.94
तेलंगाना 60.46
मध्यप्रदेश 52.87
हरियाणा 52.24
यूपी 48.94
प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों की संख्या का लगातार ग्राफ बढ़ रहा है। दवाओं की उपलब्धता की मॉनिटरिंग की जा रही है।” -डॉ. रामबाबू जायसवाल, स्टेट नोडल अधिकारी, निशुल्क दवा योजना