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बीकानेर ,सरेह नथानिया गोचर स्थित हनुमान मंदिर परिसर में मंगलवार को वर्षा यज्ञ में इंद्र देव का आव्हान किया गया। सुबह से पूर्वान्ह तक आयोजित एक कुंडीय वर्षा महायज्ञ में 11 पंडितों ने मन्त्रों के माध्यम से इंद्र देव का आव्हान किया। यजमान देवी सिंह भाटी, बृज नारायण किराडू, महावीर रांका ने वर्षा के लिए आहुतियां दी। दोपहर में ही बादल छाने लगे। भारतीय परंपरा में यज्ञ का महत्व आदिकाल से है। यज्ञ प्रकृति पोषण का सुगम विधान है। वायुमण्डल में आए विकारों को यज्ञ से दूर किया जा सकता है। इसका वैज्ञानिक प्रमाण भी है। गोघृत, पंचगव्य, गोबर का कंडा तिल, जो, अक्षत, गट समेत हव्य सामग्री से दी गई आहुति से कई किलोमीटर वातावरण में शुद्धि आ जाती है। बीकानेर जिला अभी तक बारिश नहीं होने से सूखा है। लोग जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग करने लगे हैं। गोधन के लिए भी चारे का संकट गहराने लगा है। इन हालातों के बीच वर्षा यज्ञ कर इंद्र देव का आव्हान किया। मंत्रोच्चार औऱ हर आहुति में इंद्र देव की अर्चना की गई। इंद्र देव वर्षा करो कि भावना से प्रार्थना की गई। यज्ञ के बाद बादल घिरने लगे हैं। शीघ्र वर्षा की उम्मीद बंधी है।। इस बीच मौसम विभाग ने भी बंगाली की खाड़ी में कम दवाब का क्षेत्र बनने और राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी दी है। राजस्थान में 8 से 11 सितम्बर तक भारी वर्षा की चेतावनी है। पूरे सप्ताह मानसून सक्रिय रहने की उम्मीद जताई है।

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