जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का आज जन्मदिन ( Sachin Pilot birthday ) है। इसको लेकर पूरे राजस्थान भर के पायलट समर्थकों में खुशी का माहौल है। Sachin Pilot के सिविल लाइन आवास के बाहर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
पूरे प्रदेश से पायलट समर्थक देने शुभकामनाएं आ रहे हैं। समर्थक सचिन पायलट के पोस्टर हाथों में लेकर पायलट जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां सहित कई नेताओं ने सचिन पायलट को उनके जन्म दिन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर गहलोत ने पायलट को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके खुशी, अच्छा स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की। इसी तरह डा जोशी ने जन्म दिन की शुभकामनाएं देते हुए पायलट के अच्छे स्वस्थ एवं खुशी की कामना की। डोटासरा एवं डा पूनियां ने पायलट को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना की। इसी प्रकार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया,उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपेन्द्र सिंह शेखावत एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता रामेश्वर लाल डूडी तथा अन्य कई नेताओं ने पायलट को उनके जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के 44 वें जन्मदिवस के मौके पर मंगलवार को कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सामाजिक संस्थाओं, संगठनों की ओर से पौधरोपण, रक्तदान शिविर आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच पायलट ने जन्मदिवस पर दिन की शुरुआत संकटमोचन के दर्शनों से की। पायलट ने सुबह खोले के हनुमान जी मंदिर में ढोक लगाकर, पूजा-अर्चना कर लिया हनुमान जी से आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही पायलट ने देश-प्रदेश की खुशहाली एवं सुख समृद्धि की कामना की।
इस मौके पर पायलट ने खोले के हनुमान जी मंदिर स्थित विभिन्न मंदिरों में दर्शन किए। इसके साथ ही आने वाले दर्शनार्थियों से रूबरू भी हुए। नरवर आश्रम सेवा समिति प्रन्यास के अध्यक्ष गिरधारी लाल शर्मा ने पायलट का सम्मान किया। गौरतलब है कि बीते दिन भी राजधानी में बड़ी संख्या में शहर और प्रदेश को हराभरा बनाने के लिए पौधे लगाए गए थे।