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बीकानेर,जैसा कि आपको ज्ञात ही है कि राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडॅूंगरगढ़ विगत 61 वर्षों में भाषा, साहित्य, संस्कृति, कला, इतिहास, प्रकाशन, शोध एवं सर्वेक्षण के क्षेत्र में किये गये कार्यो और अवदान से ही सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं में अग्रणी है। इस मुकाम तक की यात्रा में आपश्री का भावनात्मक, रागात्मक और संवदेनात्मक अनुराग स्तुत्य रहा है। हीरक वर्ष के अवसर पर मुख्य समारोह 30 अप्रैल, 2023 को प्रातः 10 बजे संस्था के अपने संस्कृति भवन में आयोजित किया जायेगा। साहित्य अकादमी, दिल्ली, राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, राजस्थान से मान्यता प्राप्त/सम्बद्ध इस संस्थान ही नहीं, अपितु समूचे साहित्यिक-सांस्कृतिक समाज के लिए यह गौरव का अवसर है। संस्था उक्त संस्थानों के अलावा मानव संसाधन विकास मंत्रालय, संस्कृति विभाग, जवाहर कला केन्द्र, संगीत नाटक अकादमी, पश्चिमी सांस्कृतिक केन्द्र, आईसीएचआर, दिल्ली सहित अनेक सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों के संयुक्त तत्वावधान में निरन्तर आयोजन कर हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा के लोक जुड़ाव के उपक्रम के साथ नई पीढी को इन विषयों से परिचित करवाती रही है। संस्था के प्रकाशन केन्द्र से 70 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है और राजस्थानी भाषा की सबसे पुरानी पत्रिका राजस्थली का 47 वर्षो से प्रकाशन तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से स्वीकृत द्विभाषी शोध पत्रिका ‘जूनी ख्यात’ का 27 वर्षो से निरन्तर प्रकाशन भी संस्था को गौरवान्वित करता रहा है।
इस महत्त्वपूर्ण आयोजन में साहित्य, संस्कृति, भाषा, कला, शिक्षा और इनके प्रचार-प्रसार व संरक्षण-अनुरक्षण में सहयोग करने वाले साथियों को समादृत किया जाएगा। आप संस्था के सदैव सहयोगी रहे हैं, इसी कारण आज यह संस्था इस स्तर तक पहुंच पाई है। इसलिए संस्था परिवार चाहता है कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर आपश्री का सान्निध्य इस समारोह को मिले ।

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