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बीकानेर,चिकित्सक को भगवान कहा ही इसलिए जाता है कि वह अंजाम की परवाह ना करते हुए अपनी पूरी ताकत मरीज को बचाने में झौंक देता है। चिकित्सक उसे अंत तक बचाने में अपना पूरा जोर लगा देता है। ऐसे ही एक महिला मरीज की जान सांसत में थी, जब उसके अण्डदानी में एक बड़ी गांठ हो गई। गांठ का वजन भी करीब दस किलो था। सुराणा नर्सिंग होम की गायनोलॉजिस्ट डॉ.सोनिया गुप्ता ने सर्जन डॉ. संजय जैन के निर्देशन में खाजूवाला की महिला सुनिता ५२ वर्ष के पेट से गांठ सही सलामत निकाल कर मरीज को मौत के मुंह से बचा लिया।

डॉ. सोनिया गुप्ता ने बताया कि मरीज इससे करीब दो साल से परेशान थी। लेकिन ऑपरेशन की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। एक हफ्ते पहले ही मेरे पास आई, आवश्यक जांच के बाद ऑपरेशन ही विकल्प था।आई तब उसका पेट फूला हुआ था। पहले तो शरीर से पानी निकला, उसके बाद गांठ निकाली गई। अब मरीज स्वस्थ है और स्वास्थ्य लाभ ले रहा है।

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