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बीकानेर.मोबाइल फोन चार्ज करते समय हुए धमाके में एक परिवार के सपने तबाह बर्बाद हो गए । 30 हजार से ज्यादा कैश जल गया। 1 क्विंटल गेहूं राख में बदल गया।

सोने चांदी के जेवर पिघलने लगे और सबसे बड़ी बात 6 महीने और 2 साल के 2 बच्चों समेत एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची की हालत बेहद गंभीर है। 6 महीने की मासूम बच्ची करीब 35 से 40 फ़ीसदी तक झुलस गई है। मामला शनिवार का है। गंभीर घायलों का इलाज पीबीएम अस्पताल में जारी है।

खेत में धूप से बचने को बनाई घास की झोपड़ी

दरअसल बीकानेर जिले के लूणकरणसर थाना इलाके में स्थित हंसेरा पंचायत में मेघवालों की ढाणी का यह पूरा घटनाक्रम है। मेघवालों की ढाणी में रहने वाले सोहनलाल मेघवाल के खेत में फसल कटाई का काम चल रहा था। सोहन ने अपने दो दामाद मुकेश और रमेश को फसल काटने में मदद करने के लिए बुलाया था। खेत के नजदीक सूखी घास और चिप से बनी हुई झोपड़ी थी। इस झोपड़ी के नजदीक एक अन्य झोपड़ी थी । उसमें परिवार की एक महिला खाना बना रही थी।

चीखते हुए मासूम ने बताई आग लगने की बात

पहले वाली झोपड़ी में 6 महीने की बच्ची तपस्या 2 साल का बच्चा मानव और 4 साल का एक अन्य बच्चा सो रहे थे। अचानक 4 साल का बच्चा दौड़ते हुए नजदीक की झोपड़ी में काम करने वाली परिवार की महिला के पास पहुंचा और कहा कि आग लग गई । उसके बाद महिला चीखते चिल्लाते हुए झोपड़ी तक पहुंची तो नजदीक ही खेत में फसल काट रहे सोहन और उसके दोनों दामाद भी मौके पर आ पहुंचे। वे लोग मदद कर पाते इससे पहले ही सूखी घास से बनी हुई झोपड़ी अंदर सो रहे बच्चों पर जलती हुई गिर गई ।

मोबाइल फोन ब्लास्ट होने से लगी आग

सोहन के दामाद मुकेश ने दोनों बच्चों को बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। इसके चलते उसका चेहरा, हाथ और कमर का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। लेकिन दोनों बच्चों को जीवित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि दोनों बच्चे करीब 35 से 40 फ़ीसदी तक झुलस गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोहन ने पुलिस को बताया कि विवो कंपनी का मोबाइल फोन था, जो करीब 4 से 5 साल पुराना था। उसे चार्जिंग पर लगाया था , लेकिन अचानक बैटरी में धमाका हो गया और फोन के साथ-साथ बिजली का बोर्ड भी जलकर नष्ट हो गया।

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