बीकानेर,दुर्लभतम प्रकार के चिकित्सकीय मामलों में अपनी सिद्धहस्त सर्जरी से मरीजों के जीवन रक्षार्थ समय-समय पर सफल ऑपरेशन कर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना जीवन रक्षा हॉस्पिटल बीकानेर के जनरल एवं लेप्रोस्कॉपिक सर्जन डॉ. बजरंग टाक की प्राथमिक प्रतिबद्धता बन गयी है। ऐसे ही एक नवीन मामले में 47 वर्षीया महिला की सफलतम सर्जरी कर पेट से अठारह किलो की गांठ को निकाला गया।
इस मामले पर विस्तार से चर्चा हुए डॉ. बजरंग टाक ने बताया कि एक 47 वर्षीया महिला को 3-4 दिन से लगातार उल्टियां होने के साथ-साथ भयंकर पेट दर्द के लक्षण प्रकट हो रहे थे। अपने परिवारजनों के साथ यह महिला जीवन रक्षा हॉस्पिटल बीकानेर में परामर्श लेने के लिए आई, क्योंकि पहले भी इनके परिचित डॉ. बजरंग टाक से संतुष्टिपूर्ण किंतु सुलभ उपचार प्राप्त कर चुके हैं। सभी तरह के स्वास्थ्य परीक्षण करवाए गए तो ज्ञात हुआ कि महिला के पेट में एक बहुत बड़ी गांठ बन गई है जो कि उसकी आंतो तथा किडनी के साथ चिपकी हुई है। इसी वजह से न केवल महिला को उल्टियां हो रही थी, तेज पेट दर्द झेलना पड़ रहा था बल्कि सांस लेने में भी बहुत तकलीफ हो रही थी। परिणामस्वरूप पेट अत्यधिक फूल भी चुका था। ऐसे दुर्लभ एवं जटिल मामले को देखकर अस्पताल की टीम ने तुरंत ही ऑपरेशन करने का निर्णय लिया।
4 घंटे से अधिक चले इस जटिल ऑपरेशन के दौरान किडनी तथा आंतों से चिपकी हुई विशाल गांठ को सफलतापूर्वक अलग करके बाहर निकाल लिया गया ततपश्चात पोस्ट ऑपरेटिव केयर के लिए मरीज को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। इस महिला की पिछले 2 दिन में करवाई गयी सभी स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट्स सामान्य आई हैं। आशानुरूप स्वास्थ्य सुधारों को देखते हुए अगले 2 दिन में मरीज की छुट्टी कर सकुशल घर भेज दिया जायेगा।
इस सफल ऑपरेशन की मुख्य टीम में डॉ. बजरंग टाक के साथ-साथ डॉ. अशोक सोखल, डॉ. सविता राठी, डॉ. दिलीप, हेमाराम, मनीष, मुरारी, मनोज आदि सम्मिलित हुए। ज्ञात रहे कि अभी 2 माह पूर्व ही डॉ. बजरंग टाक ने डूंगरगढ़ की एक 12 वर्षीय बालिका की ट्राइकोबेजोर नामक दुर्लभ बीमारी का सफल ऑपरेशन कर स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया था।