बीकानेर शहर में इन दिनों नागरिक अभिनंदन की बयार चलने लगी है,यह समयाचीन भी लगता है क्योंकि विधानसभा चुनाव एकदम निकट आ गया है।
अब सवाल यह उठता है कि सही मायने में नागरिक किसका अभिनंदन करें,और क्यों ?
इसके जवाब में शहर की हथाइयों पर बैठे युवा और बुजुर्ग ही नहीं अपितु शहर की नारी शक्ति भी मुक्त कंठ से उस व्यक्तित्व का अभिनंदन करना चाहती है जो हर मुश्किल और दर्दनाक समय में एक आवाज पर उनके साथ हर जगह जाने और अपने दम पर समाधान कराने में तत्पर रहा है।
शहर की फिजा में ऐसे नाम बहुत ज्यादा नहीं है।
राजनीति तो बहुत से लोग करते हैं और जनता का साथ देने का वादा भी, मगर हर छोटी से छोटी समस्या के समाधान के लिए हर पल तत्पर रहने वाली शख्सियत है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सर्व सुलभ सुलझे व्यक्तित्व राजकुमार किराडू।
थाना कचहरी नगर निगम यूआईटी और अन्य महकमों में जहां भ्रष्ट तंत्र के चलते लोगों के काम सालों नहीं हो पाते किराडू वहां जाकर वह काम करवाते हैं, तो समय आने पर वही जनता उनका अभिनंदन क्यों नहीं करेगी? अवश्य होना चाहिए ऐसी शख्सियत का नागरिक अभिनंदन जो जन-जन का चहेता है।
जनता कहती है राजकुमार किराडू उन नेताओं में शामिल नहीं जो चुनावी कार्यक्रम और उद्घाटन में ही नजर आते हैं। शहर का हर नागरिक इस बात का गवाह है कि किराडू और उनकी जुझारू युवा टीम शहर में लोगों से उनकी समस्याएं जानने के लिए अलग-अलग तरीके से कभी शिविर लगाकर तो कभी व्यक्तिगत संपर्क कर उनकी समस्याएं जानते हैं और समाधान करवाते हैं।
कोरोना काल का वह भयावह मंजर सोचकर ही जिन्हें सिहरन पैदा होती हो, उस दौरान राजकुमार किराडू ने अपनी परवाह न करते हुए हर नागरिक की सेवा का बीड़ा उठाया। अस्पताल में स्पेशल वार्ड बनवाना हो, लोगों की दवा एंबुलेंस या अन्य चिकित्सकीय मदद के लाभ के साथ वह तबका जो बेरोजगार हो गया, उन लोगों के घरों तक खाना राशन और अन्य तरीकों से सहायता पहुंचाने में तत्पर रहे।
कम्युनिटी वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से रोजाना हजारों लोगों को पका हुआ शुद्ध खाना पहुंचाने की व्यवस्था हुई, काढ़ा वितरण, देसी दवाइयों का वितरण सहित अनेक तरीकों से जीवन बचाने के प्रयास में लगा यह व्यक्तित्व शहर का चाहेता कैसे ना हो। तभी तो शहर के लोगों ने यह बीड़ा उठाया, राजकुमार किराडू के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उनका नागरिक अभिनंदन का।अभिनंदन शब्द नहीं अपितु हर नागरिक के दिल की आवाज है।