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बीकानेर,बीकानेर नगर का 535वां स्थापना दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान चार दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसकी पूर्व तैयारियों के संबंध में सोमवार को बैठक हुई।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इससे जुड़े। उन्होंने कहा कि नगर स्थापना दिवस प्रत्येक नागरिक के लिए महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने आह्वान किया कि इस बार नगर स्थापना दिवस का उत्सव घर-घर में मनाया जाए। स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक घर के बाहर रंगोली सजाकर इसे यादगार बनाया जाए। उन्होंने शहर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा विभिन्न मोहल्लों और क्षेत्रों में कार्यक्रम करवान का आह्वान भी किया, जिससे इसे जन-जन का उत्सव बनाया जा सके।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने बताया कि नगर स्थापना दिवस समारोह के दौरान पारम्परिक कार्यक्रम भी होंगे। जिला प्रशासन द्वारा राव बीकाजी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान् में 19 से 21 अप्रैल तक सुदर्शना कला दीर्घा में चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसी श्रृंखला में 20 अप्रैल को नरेन्द्र सिंह आॅडिटोरियम में कवि सम्मेलन व मुशायरा तथा 21 अप्रैल को विकास के आयाम विषय पर संगोष्ठी होगी। उन्होंने बताया कि स्थापना दिवस का मुख्य समारोह 22 अप्रैल को प्रातः 7 बजे से राव बीकाजी प्रतिमा स्थल पर आयोजित किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर पर्यावरण विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान् में 20 अप्रैल को सायं 5.30 बजे से चंदा महोत्सव तथा 21 अप्रैल को सायं 7.30 बजे से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। दोनों कार्यक्रम लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में होंगे। उन्होंने बताया कि देवस्थान विभाग द्वारा 22 अप्रैल को लक्ष्मीनाथ मंदिर तथा गणेश मंदिर एवं 23 अप्रैल को देशनोक स्थित करणी माता मंदिर में प्रसाद वितरण किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि राव बीकाजी प्रतिमा स्थल के रंग-रोगन, साफ-सफाई, फव्वारे चालू करने, लाइटिंग सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर कर दी जाएं। इसी प्रकार लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर से जुड़ी व्यवस्थाएं करने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि नगर स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के प्रयास किए जाएं।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) पंकज शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, नगर निगम उपायुक्त राजेन्द्र कुमार, राव बीकाजी संस्थान के राजेन्द्र जोशी, प्रहलाद सिंह मार्शल, नरेन्द्र सिंह स्याणी, आत्मा राम भाटी, डाॅ. फारुख चौहान, संजय पुरोहित, अभिषेक आचार्य और अजीज भुट्टा, श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर पर्यावरण विकास समिति के सीताराम कच्छावा, श्रीरतन तम्बोली, मनोज शर्मा, देवस्थान विभाग निरीक्षण सोनिया रंगा आदि मौजूद रहे।

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