बीकानेर,कोलकाता/ महानगर के माहेश्वरी पुस्तकालय ने अपनी १०८ वर्षीय यात्रा को रेखांकित करते हुए, शतदल अर्पण कार्यक्रम शृंखला के अन्तर्गत, मंगलवार की देर शाम में, कवि प्रणाम कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम संयोजक संजय बिन्नाणी ने बताया कि वरिष्ठ साहित्यकार कवि-कथाकार एवं राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति अकादमी, बीकानेर के कोषाध्यक्ष, राजेन्द्र जोशी के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर के सुपरिचित राजस्थानी स्तम्भ लेखक बंशीधर शर्मा ने की । प्रारंभ में राजस्थान सूचना केन्द्र, कोलकाता के प्रभारी हींगलाजदान रतनूँ ने राजस्थानी भाषा की मजबूत जड़ों का उल्लेख करते हुए स्वागत उद्बोधन किया। इस अवसर पर सम्मानित रचनाकार, राजेन्द्र जोशी ने राजस्थानी भाषा को संविधान की आंठवी अनुसूची में शामिल करने एवं संवैधानिक मान्यता को आज की आवश्यकता बताते हुए आह्वान किया कि कोलकाता से इस दिशा में बड़े कदम उठाए जाएँ। उन्होंने प्रवासी समुदाय को अपनी जड़ों की ओर देखने का भी आह्वान किया। इस अवसर पर उन्होंने अपनी हिन्दी – राजस्थानी कविताओं का पाठ किया।
समाजसेवी मुकुंद राठी ने जोशी को शतदल अर्पण का अंगवस्त्र तथा सुरेश बिन्नाणी ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
कवि-लेखक, बंशीधर शर्मा ने अध्यक्षीय वक्तव्य रखते हुए, मातृभाषा राजस्थानी की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए अपनी चुनिन्दा रचनाएँ सुनाईं। माहेश्वरी सभा के सभापति, बुलाकीदास मिम्माणी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संचालन, पुस्तकालय के मंत्री, संजय बिन्नाणी ने किया।
इस अवसर पर अनेक महानुभाव उपस्थिति रहें साहित्य अकादेमी, कोलकाता केन्द्र के प्रभारी श्री एवं श्रीमती देवेन्द्र कुमार देवेश, युवा आलोचक कुमार सुशांत, सुप्रसिद्ध कवि जयकुमार रुसवा, विप्र फाउण्डेशन के श्री राजकुमार व्यास, श्री बड़ाबाजार कुमार सभा पुस्तकालय के अध्यक्ष, श्री महावीर प्रसाद बजाज, माहेश्वरी विकास परिषद के मंत्री श्री मुकुंद राठी, बिन्नाणी पञ्चायत के श्री सुरेश बिन्नाणी, माहेश्वरी सभा के उपसभापति श्री अशोक कुमार द्वारकाणी, माहेश्वरी सभामंत्री श्री पुरुषोत्तम दास मूँधड़ा, उपमंत्री श्री अशोक चाण्डक एवं श्री वरुण बिन्नाणी, श्रीमाहेश्वरी विद्यालय के मंत्री, श्री सुरेश बागड़ी, माहेश्वरी क्लब के मंत्री, श्री नन्दकिशोर सादाणी, श्री ब्रजमोहन लाल दम्माणी, श्री नरेन्द्र करनाणी, श्री सुभाष चन्द्र मूँधड़ा, श्री गिरिराज जोशी, श्रीसिद्धिविनायक भक्त मण्डल के संस्थापक, श्री जनार्दन अग्रवाल, पत्रकार श्री सच्चिदानन्द पारीक, श्री दिलीप पुरोहित, श्री त्रिभुवन नाथ पाण्डेय, श्री गोवर्धन दास डागा, सीए आदित्य बिन्नाणी, श्री मुकेश बिन्नाणी, दधीचि परिषद के ट्रस्टी श्री सीताराम तिवाड़ी सहित कई गण्यमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में, जयन्त डागा, राजकुमार चाण्डक, अशोक लढ्ढा, राजकुमार डागा, शैलजा दम्माणी, पीयूष कोठारी आदि सक्रिय रहे।