बीकानेर,आबकारी विभाग के अफसरों की मेहरबानी से बीकानेर में शराब के ठेकेदारों ने आवंटित ठेकों से दुगुनी ब्रांचे खोल रखी है। जो सीधे तौर पर अवैध श्रैणी में आती है,इनके खिलाफ कार्यवाही का जिम्मा आबकारी अफसरों का है लेकिन मामला ऊपरी कमाई का होने के कारण जिम्मेदार अफसर आंखे मूंदे बैठे है। इस मामले की पड़ताल करने पर बीकानेर में चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। पता चला है कि जिलेभर में शराब की अवैध ब्रांचे आबकारी अफसरों की मंथली बेस पर चल रही है। हैरानी की बात तो यह है कि शराब कारोबारियों ने यहां अपने आवंटित ठेकों की आड़ में जहां मर्जी आये अपनी ब्रांचे खोल रखी है जहां ठेकों के बराबर शराब बेची जाती है । इनमें कई ब्रांचे तो ऐसी जगह खोल रखी है जो आबकारी विभाग के नक्शे में नहीं है। इन अवैध ब्रांचों को लेकर सैंकड़ो शिकायतें भी आबकारी अफसरों तक पहुंची है लेकिन कार्यवाही के बजाय आबकारी अफसर इन शिकायतों को दबाने पर ज्यादा जोर रखते है। इतना ही नहीं आबकारी बंदोबश्त से वंचित शराब ठेको पर बिक्री का चलन बदस्तूर जारी है। इसके कारण आबकारी विभाग के राजस्व में जबरदस्त छीजत हो रही है। ऐसा नहीं है कि विभाग को हो रही करोड़ों रूपये की छीजत से जुड़े इस मामले को लेकर आबकारी आला अफसर अनजान बने हुए है। जानकारी में रहे कि नये वित्तिय साल में जिले में शराब ठेकों के नवीनीकरण और नीलामी की प्रक्रिया चल रही है। इसके चलते बीकानेर में २२६ में से करीब १७५ शराब ठेकों का नवीनीकरण और नीलामी भी हो चुकी है,शेष रहे ठेकों की नीलामी के लिये प्रकिया अभी चल रही है।
-इन इलाको में चल रही अवैध ब्रांच
जानकारी के अनुसार शहर में लक्ष्मीनाथ जी की घाटी, सुभाष मार्ग, आर्य हॉस्पिटल के पास, रानी बाजार इंडस्ट्रीयल एरिया में सात व नौ नंबर रोड, घड़सीसर, पंचशती सर्किल, म्यूजियम सर्किल,सहित शहर में कई स्थानों पर प्रभावशाली ठेकेदारों ने अवैध रूप से ब्रांच खोल रखी है।