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बीकानेर,राजस्थान पहुंची भारत जोड़ो यात्रा में अलवर ड्यूटी पर आए बीकानेर के पुलिसकर्मियों से 40-50 अपराधियों ने बुरी तरह मारपीट की। इस घटना में कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।वहीं एक पुलिसकर्मी गंभीर रुप से जख्मी हो गया। फिलहाल घायल पुलिसकर्मी को उपचार के लिए जयपुर रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जिस भवन में पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे, उसमें भी जमकर तोड़फोड़ की गई है। वहीं, अपने ही कर्मियों की पिटाई के बावजूद राजस्थान पुलिस मामले को दबाने में लगी हुई है। दरअसल, यह घटना सोमवार (19 दिसंबर) शाम की है। लेकिन अलवर पुलिस इसको पूरी तरह छुपाती हुई नज़र आई। स्थिति यह थी कि, रात को ही उस स्थान को खाली करा लिया गया, जहां पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। मंगलवार को यह मामला सामने आया।

दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की ड्यूटी में आए बीकानेर के पुलिसकर्मी अलवर शहर के NEB पुलिस थाना अंतर्गत अंबेडकर नगर स्थित सामुदायिक भवन में ठहरे हुए थे। बीकानेर का एक पुलिसकर्मी रात को लगभग 9 बजे खाना लेने गया हुआ था। इसी बीच सामुदायिक भवन के पास एक ई रिक्शेवाले से एक युवक झगड़ा करता हुआ मिला। पुलिसकर्मी ने अपना फर्ज निभाते हुए रिक्शावाले को बचाने का प्रयास किया। इसके बाद उस युवक ने रिक्शेवाले को छोड़कर पुलिसवाले को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद बदमाश ने 40-50 लोगों को और बुला लिया, जिनके हाथों में लाठियां-सरिया समेत अन्य हथियार थे। पहले उन्होंने उसपुलिसकर्मी के साथ बुरी तरह मारपीट की, जिसमे पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा जिस भवन में पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे, उस भवन में भी उन लोगों ने जमकर तोड़फोड़ मचाई। एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले 40-50 बदमाश मुस्लिम समुदाय से थे।

वहीं, इस हमले की सूचना मिलने के बाद हालांकि मौके पर पुलिस बल पहुंचा लेकिन तब तक वह लोग वहां से भाग चुके थे। रिपोर्ट के मुताबिक, वह युवक इसी पुलिस थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है, जिसका नाम मूवीन ऊर्फ लंगड़ा है। इस घटना के बाद पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे, मगर किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। हालांकि, इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि इस सामुदायिक भवन में लगभग 60 पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे, जिन्हें बदमाशों की दहशत के कारण आधी रात को 12:00 बजे वाहन मंगवा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

रिपोर्ट के मुताबिक, सभी पुलिसकर्मियों को एक होटल में भेजा गया। उन पुलिसकर्मियों में भी दहशत बनी रही, क्योंकि हमले में 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। फ़िलहाल, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी की जगह, राहुल गांधी की यात्रा में जुटी हुई है। वहीं, जख्मी पुलिसकर्मी अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। जिस समय यह घटना हुई, उस वक़्तसामुदायिक भवन में उसका गार्ड रामअवतार भी सो रहा था। इस घटना की पुष्टि रामअवतार ने भी की है, मगर उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि यहां पर कौन-कौन लोग आए थे। शायद वो भी हिस्ट्रीशीटर की दहशत के कारण बता न रहा हो, क्योंकि जो बदमाश पुलिसकर्मियों को पीट सकते हैं, वो एक गार्ड का क्या हाल करेंगे। हालांकि, गार्ड ने बस इतना बताया कि अचानक ही यहां पर भीड़ आई और तोड़फोड़ मचा दी। इस संबंध में बीकानेर जिले में तैनात और भरतपुर के डीग निवासी हरेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है। हालाँकि, किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है।

बता दें कि, राहुल गांधी ने हाल ही में सेना का मनोबल तोड़ने वला बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि, अरुणाचल प्रदेश में चीन हमारे जवानों को पीट रहा है और भारत सरकार सो रही है। वहीं, अब कांग्रेस शासित राजस्थान में खुद राहुल की सुरक्षा के लिए आए पुलिसकर्मियों पर 40-50 बदमाशों ने हमला किया है, उस पर दो दिनों से राहुल का कोई बयान नहीं आया है। साथ ही, राजस्थान सरकार की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और खुद पुलिस पर भी मामले को दबाने के आरोप लग रहे हैं।

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