बीकानेर,मौसमी बीमारियों से बचाव के साथ ही इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के उद्देश्य से दुलचासर गांव के राजकीय आयुर्वेद औषधालय में लगे दो दिवसीय विशाल क्वाथ शिविर में 3350 लोगों ने आयुर्वैदिक काढ़ा पीया। शिविर के पहले दिन शनिवार को 1750 लोगों और रविवार को दूसरे दिन रविवार को 1600 लोगों को क्वाथ (काढ़ा) पिलाया गया। औषधालय प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.जे.पी.चौधरी ने बताया कि आयुर्वेद सिद्धांत के अनुसार वर्तमान समय (शरद ऋतु) में पित्त का प्रकोप चल रहा है, यानि अब फैल रहे डेंगू एवं अन्य मौसमी बुखार में पित्त की प्रधानता है। जिसके कारण इसके बचाव एवं उपचार के लिए पित्तशामक चिकित्सा जरूरी है। इसलिए औषधालय में दो दिन के लिए
मुस्तक,पाठा,पर्पटक,किरातिक्त, गुडुची, द्राक्षा, खजूर आदि पित शामक औषधियों से युक्त ज्वरनाशक क्वाथ तैयार करके लोगों को पिलाया जा रहा है, ताकि आमजन को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। यह शिविर भामाशाहो और स्वयंसेवकों के सहयोग से लगाया जा रहा है। शिविर मे देवीलाल छरंग, श्रीभगवान नाई, धर्मेंद्र स्वामी, श्रवण सारण, अशोक सुथार, प्रियेश,मनोज नाई, राजू सोनी, छगन मुन्धङा,विजय बाहेती,गुलराज,जयनारायण,भागीरथ स्वामी,नीतेश,जेठाराम सुथार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों द्वारा सहयोग किया है।इसके साथ ही डॉ.चौधरी ने घरों में एवं आसपास मच्छरों के पनपने की संभावना समाप्त करने के लिए रुके जलस्त्रोत जैसे कूलर, फ्रिज ट्रे आदि साफ़ करने के निर्देश देने के साथ साफ़ सफाई एवं अपने जीवन में आयुर्वेद दिनचर्या अपनाने को प्रेरित किया।