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बीकानेर,पशु विज्ञान संबंधी उच्च तकनीकी की जानकारी के लिए स्वयं सहायता समूह का 25 सदस्यीय दल मंगलवार को करनाल के लिए रवाना हुआ। जिला कलेक्टर श्री भगवती प्रसाद कलाल ने इसे हरी झंडी दिखाई।

नाबार्ड के एक्‍सपोजर कार्यक्रम के तहत महिलाओं को एनडीआरआई से उच्‍च तकनीकी जानकारी मिलेगी। इनमें से चुनी हुई महिलाओं को मास्‍टर ट्रेनर के रुप में काम करने का अवसर प्राप्‍त होगा। इन महिलाओं द्वारा प्राप्‍त जानकारी अन्‍य स्‍वयं सहायता समूहों से साझा की जाएगी और भविष्‍य में और भी महिलाओं को दूसरे राज्‍यों में भेजने का कार्यक्रम बनाया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस कार्यक्रम के दौरान नई तकनीकी की जानकारी हासिल कर सकेंगी। उन्होंने आह्वान किया कि महिलाएं व्यावहारिक जीवन में इन तकनीकों का उपयोग करें, जिससे आय वृद्धि की दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि एक्सपोजर कार्यक्रम में उन महिलाओं को सम्मिलित किया गया है, जिन्होंने पशुपालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कृषि और पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं। कृषि के साथ पशुपालन को अपनाकर किसान और अधिक आर्थिक लाभ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए जिले में माटी अभियान चलाया जा रहा है। इससे किसानों को विशेषज्ञों का मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रमेश ताम्बिया ने बताया कि नाबार्ड द्वारा राजीविका के साथ मिलकर पशुपालन को बढावा देने के लिए जिले में ऐसे एक्‍सपोजर कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। इसके तहत स्‍वयं सहायता समूहों को भारत तथा राज्‍य सरकार की योजनाओं के माध्‍यम से आय अर्जन के लिए श्रीडूंगरगढ़ तथा लूणकरणसर में भी कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। नोखा में स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओं को राजीविका मार्ट के माध्‍यम से आत्‍मनिर्भर बनाया जा रहा है। इस प्रकार नाबार्ड द्वारा 800 स्‍वयं सहायता समूहों को प्रत्‍यक्ष रुप से बाजार के साथ जोडकर आय में वृद्वि के प्रयास किया जा रहे हैं।
एक्‍सपोजर कार्यक्रम के बाद स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बैंको से जोडकर ज्‍यादा से ज्‍यादा पशु पालन की ओर अग्रसर करने के लिए स्‍वयं सहायता समूह-बैंकर्स कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।

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