बीकानेर, लगता है अब अमानवीयता अपने चरम पर है। इंसान में संवेदनाओं की नदी ही सूख गई है। आज फिर एक ऐसी घटना हुई जो आपके मन को कचोट कर रख देगी। बीकानेर के सेरूणा थाना क्षेत्र में मात्र 2 दिन की नवजात बच्ची रोही की झाड़ी पर लावारिस मिली है। यह बच्ची इतनी मासूम है कि इसे देखकर आपका मन पिघल उठेगा। मानवता तो यह है कि किसी भी बच्ची को रुलाया तक नहीं जाए। मगर यहां तो फूल जैसी बच्ची को रोही में लावारिस छोड़ दिया गया।
सेरूणा थानाधिकारी रामचंद्र ढ़ाका ने बताया कि शाम साढ़े चार बजे झंझेऊ गांव की रोही में एक ग्वाले ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। उसने पुलिस को सूचना दी, बच्ची को सुरक्षित हाथों में लिया गया। पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से पीबीएम भेज दिया गया। ढ़ाका ने बताया कि बच्ची स्वस्थ हैं। अर्जुन सिंह नाम के ग्वाले ने इस बच्ची को बचाने का नेक कार्य किया है। उसी ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया है।
जहां बच्ची मिली वह जगह नेशनल हाइवे-11 से सौ मीटर अंदर है। यह झंझेऊ गांव की रोही है। यहां एक झाड़ी पर बच्ची कपड़े से लिपटी मिली थी।
उल्लेखनीय है कि भ्रूण हत्या और इस तरह के मामलों में अक्सर दरिंदे बच जाते हैं। जबकि ऐसे मामले अतिसंवेदनशील होते हैं। पुलिस को चाहिए की वह इंसानियत को शर्मसार करने वाला यह घिनौना पाप करने वालों की तलाश कर सजा दिलवाए। आम नागरिक भी इस कार्य में मदद करें। बता दें कि भ्रूण हत्या व बच्चियों को लावारिस छोड़ने का यह घिनौना काम समाज ही करता है। ऐसे में इस रोकने व अपराधियों को सजा दिलाने की जिम्मेदारी पुलिस से अधिक समाज की बनती है। हम आपसे अपील करते हैं कि अगर आप इस बच्ची को लावारिस छोड़ने वाले की जानकारी रखते हैं तो पुलिस को जरूर बताएं।