बीकानेर,नई दिल्ली,अगर आप सोच रहे हैं कि बैंक लॉकर में रखा आपके सोना-चांदी के आभूषण और अमानती समान सुरक्षित है तो ऐसा नहीं है। दरअसल, देश के सबसे बड़ी सरकारी बैंक एसबीआई की शाखा में शातिर बदमाशों ने धाबा बोला और बैंक शाखा से 19 किलोग्राम गोल्ड ज्वैलरी लूट ली, बाजार मे इसकी मौजूदा कीमत 13 करोड़ रुपए है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े करने वाली यह वारदात तेलंगाना के वारंगल जिले में हुई। यहां रायापार्थी स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया- SBI की शाखा में चोरों ने पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया। लूट बैंक बंद होने के बाद सोमवार रात स्ट्रॉन्गरूम में हुई। अगले दिन जब बैंक कर्मचारी ब्रांच पहुंचे तो नजारा देखकर दंग रह गए। आनन-फानन में लूट की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को दी गई।
वारदात से जुड़ी प्रमुख जानकारियां..
1) क्या है लूट का तरीका:
बदमाश पूरी प्लानिंग करके आए थे। वे अपने साथ गैस कटर लाए और इसकी मदद से बैंक का पिछला गेट और खिड़कियों को काटा। फिर ब्रांच के स्ट्रॉन्गरूम के ग्रिल और लॉकर को भी गैस कटर से तोड़ा है। इस दौरान उन्होंने वहां लगे CCTV कैमरे और अलार्म सिस्टम को डी-एक्टिव कर दिया। ज्वैलरी लूट करने के बाद बदमाश गैस कटर वहीं छोड़कर फरार हो गए।
2) बैंक सिक्योरिटी भगवान भरोसे:
बदमाशों ने एसबीआई की जिस बैंक को निशाना बनाया, वहां कोई सिक्योरिटी गार्ड तैनात नहीं था। यानी कि संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे थी। यह ब्रांच मेन रोड से थोड़ी दूर स्थित है और आसपास कुछ घर होने के बावजूद किसी ने रात को संदेहजनक गतिविधि नहीं देखी।
3) एसबीआई ग्राहकों की चिंताएं:
बैंक से लूटे गए सोने में वो आभूषण भी शामिल हैं, जो ग्राहकों ने बैंक में गिरवी रखे थे। वारदात की सूचना मिलने पर इलाके में हड़कंप मच गया और सैकड़ों ग्राहक अपने सामान की जानकारी लेने बैंक पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी।
4) पुलिस जांच कहां पहुंचीं:
SBI शाखा में वारदात के बाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने मौका-ए-वारदात पर बारीकी से जांच की। पुलिस बैंक के आसपास लगे CCTV फुटेज खंगाल रही है और क्षेत्रवासियों से पूछताछ कर रही है। बैंक में मिले गैस कटर समेत अन्य सबूतों की जांच की जा रही है। पुलिस को शक है कि यह किसी पेशेवर गिरोह का काम है।
5 बैंकिंग सुरक्षा पर सवाल:
रायापार्थी में SBI ब्रांच में हुई लूट ने बैंकिंग सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस और बैंक प्रबंधन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है और घटना ने ग्राहकों के भरोसे को भी प्रभावित किया है। वारदात में लिप्त बदमाशों की तलाश और बैंक सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है।