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बीकानेर,नकली नोट कांड में रिमांड पर चल रहे आरोपियों से हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने महज एक लाख 39 हजार में नकली नोट छापने का सेटअप लगाकर 18 करोड़ रुपए छाप दिए। वहीं गुरुवार को मुख्य सप्लायर के घर से पुलिस को नकली नोटों की एक और खेप मिली है। पुलिस व एसओजी संयुक्त पूछताछ कर रही है।
बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने बताया कि आरोपियों ने एक लाख 39 हजार रुपए में नकली नोट छापने का जुगाड़ सिस्टम तैयार किया। इस जुगाड़ के सिस्टम से डेढ़ साल में 18 करोड़ रुपए छाप दिए। नोट छापने के लिए इसपन कंपनी का बढ़िया प्रिंटर, कटर मशीन, दो तरह की बढ़िया क्वालिटी का कागज, स्याही उपयोग कर रहे थे। आरोपियों ने पहले लूणकरनसर फिर जेएनवीसी थाना क्षेत्र के पवनपुरी स्थित एक मकान की दूसरी मंजिल पर किराए पर लिए कमरा ले रखा था। कुछ दिनों तक वहां नोट प्रिंट किए। बाद में जयपुर रोड़ स्थित वृंदावन एन्क्लेव में नोट छापने का काम शुरू कर दिया।
नकली नेट व कागज कटर मिला
जांच अधिकारी डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया ने बताया कि गुरुवार को दीपक को साथ लेकर उसके घर की तलाशी ली गई। उसके घर से दो लाख 54 हजार नकली नोट और एक कागज कटिंग करने वाली कटर मशीन मिली हैं, जिसे जब्त कर लिया गया है। अब तक दो करोड़ 76 लाख 54 हजार रुपए जब्त कर चुके हैं।

लेन-देन में था कोडवर्ड दस का नोट
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हवाले के रुपयों के लेन-देन में कोडवर्ड के रूप में केवल दस रुपए के नोट का ही उपयोग करते थे। जिसे रुपए देने होते थे उससे वाट्सअप पर दस रुपए के नोट की फोटो मंगवाते थे। जब पैसे देने जाते तो रुपए लेकर जाने वाला उस व्यक्ति के पास फोटो वाले असली नोट का मिलान करता तब ही डिलीवरी देता। किसी तरह की शंका होने पर बहाना कर डिलीवरी दिए बिना ही लौट जाते।

बाजार में चल ही नहीं सकते नोट
आरोपियों ने सोची-समझी चाल से ही नोटों की प्रिंटिंग का काम शुरू किया था। इन्होंने नोट प्रिंट किए थे। यह लोग आरबीआई की नोटों की सेफ्टी थ्रेड का कोई तोड़ नहीं निकाल पाए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगर सेफ्टी थ्रेड का तोड़ नहीं निकाल पाए। नोटों में सेफ्टी फीचर और पनी की कमी रही।

वहीं दूसरी ओर चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, रविकांत जाखड़, नरेन्द्र शर्मा, मालचंद शर्मा, पूनमचंद शर्मा, राकेश शर्मा रिमांड पर चल रहे हैं।

यह है मामला
लूणकरनसर थाने में पदस्थापित कांस्टेबल सचित्रवीर गोदारा व जयप्रकाश की सूचना आईजी कार्यालय में पद स्थापित डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया, हेडकांस्टेबल नानूराम गोदारा, कांस्टेबल संदीप कुमार जांदू व रामप्रताप सायच ने नकली नोट छापने के गिरोह की जानकारी जुटाई। यह ऑपरेशन बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश की देखरेख में चला। पुलिस ने उनके कब्जे से दो करोड़ 76 लाख 54 हजार रुपए के नकली नोट, नोट छापने वाली मशीन, स्याही, प्रिंटर, कटर मशीन, कागज व आरबीआई बैंक की पर्चियां आदि बरामद की। वहीं बीकानेर पुलिस की सूचना पर दिल्ली से भागे लूणकरनसर निवासी दीपक मोची को करनाल पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान पकड़ा।

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