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बीकानेर,ओपीडी 300+यहां 6 ऑपरेशन थिएटर, 4 आईसीयू, सुपर लैब… 200 बेड खाली; फॉसलिइससे ज्यादा मरीज रोज पीबीएम में बेड नहीं मिलने से लौट जाते हैं

प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बना 150 करोड़ का सुपर स्पेशिलिटी सेंटर डिस्पेंसरी बनकर रह गया है। जहां मरीजों को देखने के न तो जांच होती है और न हो यहां मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। जबकि पाच मंजिला स्पेशियलिटी सेंटर में करीब 200 और अत्याधुनिक उपकरणमौजूद है। सामने आया कि जिस हॉस्पिटल का उपयोग मरीजों के लिए किया जाना था, उसे लेकर केवल राजनीति हो रही है। केन्द्र सरकार के बजट से तैयार इस सॉम्पटलका लोकार्पण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री वर्धन ने 26 अगस्त 2020 को किया था। यहां पजाटव मरीजों को किया गया था, लेकिन उसके बाद से यहां स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ी है। उल्लेखनीय जब सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के उद्घाटन को लेकर भी राजनीतिक गहमा-गहमी हुई थी।

केंद्र ने बनाकर साँप दिया, राज्य सरकार स्टाफ तक नहीं दे पा रही: सियासत हो रही…इलाज नहीं

सुपर स्पेशलिटी सेंटर की बदहाली के लिए यह राजनीतिक उदासीनता भी बड़ा कारण बनकर सामने आ रहा है। शहर के दो मंत्री डॉ. बीडी और भवर सिंह भाटी और एक केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल होने के बावजूद शहरवासियों को सुपर स्पेशल का लाभ नहीं मिलता अब अखरने लगा है। केंद्र सरकार ने सुपर स्पेशियलिटी सेंटर बनकर मेडिकल कालेज के सुपुर्द कर दी लेकिन अभी भी इसकी मरम्मत और साधनों के लिए कॉलेज प्रशासन केंद्र सरकार के भरोसे बैठा है।कल कॉलेज प्रशासन ने राज्य सरकार को सेंटर में मैन पावर और इसमें रही कमियों को दूर करने के

प्रदेश में 3 ही ऐसे सेंटर राजनीतिक उदासीनस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्षों बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रहीं। प्रदेश के दो शहरों में बने सुपर स्पेशियलिटी सेंटर का लाभ मरीजों नही हो रहा है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत कोटा तथा उदयपुर में भी सुपर स्पेशियलिटी सेंटर बनाए गए थे, लेकिन बीकानेर में लोकार्पण के बाद से ही सेंटर को डिस्पेंसरी की तरह काम लिया जा रहा है जबकि अन्य दो शहरों में मरीजों को अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिल रहा है।

कोटा और उदयपुर में फायदा पर यहां नहीं

केंद्र सरकार ने राजस्थान के 3 जिलों में सुपर स्पेशलिटी सेंटर पब्लिक को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनाए थे। बीकानेर में सुपर स्पेशलिटी सेंटर पड़ा है कलेक्टर से बात कर इसकी जांच करवाऊंगा। अर्जुन राम मेघवाल

हर दिन 300 मरीजों की ओपीडी

सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में एटालाजी न्यूरो सर्जरी, पोडिया-सर्जरी के बैठक डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद मरीजों को भर्ती होने या जांच करवाने के लिए पीबीएम हॉस्पिटल जाना है। य डॉक्टर से परामर्श लेने के अलावा मरीजों को कोई नहीं मिल रहा है

सुपर स्पेशियलिटी सेंटर की मरम्मत साथ यह मैन पावर बढ़ाने के लिए प्रिंसिपल सेक्रेटरी और केन्द्र सरकार को पत्र लिखा है। वहा से बजट और मैन पावर मिलने के बाद पह मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। फिलहाल यह केवल औपीढ़ी को सुविधा दी जा रही है। डॉ. गिरीश प्रभाकर प्रभारी

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