बीकानेर, राजस्थान का नाम आते ही सबसे पहले आपके जहन में जो सबसे पहला शब्द आता है, वो है यहां की संस्कृति, यहां के रंग और यहां की पगड़ी.
आपने कई तरह की रंग बिरंगी पगड़ियां देखी और पहनी भी होगी, लेकिन आज हम आपको मिलवाते हैं. सबसे बड़ी पगड़ी बनाने वाली क्वीन तमन्ना मीर से, जिन्होंने पांच दिन की महनत से 900 मीटर लम्बी ओर 40 किलो भारी पगड़ी बनाई है. तो वहीं वो आंखों पर पट्टी बांधकर पगड़ी पहनाती है. कुछ ऐसा ही कारनामा करते हुए तमन्ना ने बीकानेर की प्रथम नागरिक मेयर सुशीला कंवर को आंखो पर पट्टी बांधते हुए पहनाई.
राजस्थान पगड़ी और रंगो से भरा प्रदेश, पगड़ी यहां की आन बान और शान कही जाती है. खुशी से लेकर गम तक, शादी से मरने तक, हर त्योहार और उत्सव तक. यहां अलग-अलग पगड़ियां आपको देखने को मिलेगी, लेकिन इस शान को कई गुना और बढ़ा दिया है, बीकानेर की रहने वाली तमन्ना मीर ने. महज 14 साल की उम्र में सबसे बड़ी पगड़ी बनाने और बांधने का कारनामा कर दिखाया है. तमन्ना एक के बाद एक दर्जनो पगड़ियां पलक झपकते ही बांध देती है.
महिला दिवस को देखते हुए तमन्ना ने बीकानेर की प्रथम नागरिक मेटर सुशीला कंवर को आंखों पर पट्टी बांधकर पगड़ी बांधी और महिला शक्ति को पगड़ी की शान के साथ मिलते हुए संदेश दिया.
तमन्ना के पिता-दादा यानी पूरा खानदान इस कला से जुड़ा हुआ है. ऐसे में राजस्थान में होने वाले त्योहार और फेस्टिवल्स में तमन्ना के पिता मुमताज मीर भी अपनी इस कला को पेश कर चुके हैं, लेकिन पिछले एक साल से कोरोना काल में चले लॉकडाउन में तमन्ना ने इस कला को सीखा और कुछ अलग करने का सोचा. बिना आंखो के पगड़ी बांधने का कारनामा कर दिखाया है. ऐसे में इन दिनों तमन्ना पगड़ी क्वीन के नाम से जाने जाने लगी है.
तमन्ना का कहना है कि वो इस कला को देश दुनिया तक पहुंचना चाहती है ताकी राजस्थान की इस कला ओर संस्कृति को और आगे बढ़ा सके. वहीं उनके पिता को बेटी पर गर्व है. वहीं बीकानेर की मेयर सुशीला कंवर ने कहा की मीर परिवार बीकानेर की संस्कृति को दुनिया तक पहुंचा रहे हैं और मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं. साथ ही महिला होके जहां पगड़ी बांधने का कारनामा किया है और वो भी आंखो पर पट्टी बांधकर ये भी अपने आप में अनोखा है. लोग आंख खोलकर पगड़ी नहीं बांध सकते, तमन्ना ने आंखे बंद कर पगड़ी बांधी है. वहीं इतनी बड़ी पगड़ी बांधकर भी नाम किया है.
तमन्ना के इस कारनामे को देखने के लिए काफी संख्या में लोगों में उत्साह बना हुआ है तो वहीं जो काम लोग आंखे खोलकर आसानी से नहीं कर सकते वो तमन्ना आंखे बंद में आसानी से कर देती है.