
डॉक्टर गोस्वामी के अनुसार अभी तक राजस्थान का स्ट्रे राऊन्ड काऊन्सलिंग बाकी है अतः ऐसी संभावना है कि इस अंतिम राऊन्ड के बाद सरकारी एमबीबीएस के लिए चयनित सिंथेसियन्स् की संख्या 132 के लगभग रह सकती है। डॉ. गोस्वामी के अनुसार आठ विद्यार्थियों को विभिन्न एम्स, पाँच को दिल्ली के मेडिकल कॉलेज, तीन को बीएचयू, पन्द्रह को एसपीएमसी, बारह को एसएनएमसी, बीस को महाराष्ट्र, पन्द्रह को कर्नाटक, चार को पंजाब, तीन को हिमाचल प्रदेश, पाँच को मध्य प्रदेश, छः को छत्तीसगढ़, पाँच को आसाम, आठ को आन्ध्र प्रदेश और अन्य विद्यार्थियों को भारत के विभिन्न प्रदेशों में मेडिकल कॉलेज एलोट हुए हैं। जिन बच्चों को अभी कॉलेज एलोट हुए है उनका मानना है कि यह करिश्मा संभव हुआ है सिंथेसिस काऊन्सलिंग डिपार्टमेंट के विशेष मार्गदर्शन के कारण चूंकि कल तक हम सभी विद्यार्थी सरकारी एमबीबीएस नहीं मिलने के कारण निराश थे लेकिन सिंथेसिस के गुरुजन हमें धैर्य बंधाकर हौसला अफजाई कर रहे थे। अतः इस सलेक्शन पर सबसे बड़ा श्रेय इस विशिष्ट काऊन्सलिंग को ही जाता है।