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बीकानेर,रामदेवरा में सक्षम संस्था द्वारा संचालित लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्र कुम्भ 2025 में इस बार एक विशेष दृश्य देखने को मिल रहा है। भारत स्काउट्स एण्ड गाइड्स जैसलमेर के 50 से अधिक कैडेट्स, उद्घाटन दिवस से लेकर आज तक प्रतिदिन इस महाजाँचशिविर की हर गतिविधि में सिपाही जैसी तत्परता और समर्पण के साथ सेवाएं दे रहे हैं।

सेवा का अनुशासित स्वरूप :-

भारत स्काउट्स ओर गाइड्स, जेसलमेर की प्रभारी युक्ता शर्मा के निर्देशन में ये सभी कैडेट्स ओपीडी प्रबंधन, चश्मा घर, मरीज मार्गदर्शन, पंजीकरण, दवाई वितरण, भीड़ नियंत्रण और नेत्र शिविर के विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

इस अवसर पर जिला प्रभारी युक्ता शर्मा ने कहा कि –
“हमारे स्काउट्स एण्ड गाइड्स कैडेट्स अनुशासन और सेवा भाव की मिसाल हैं। नेत्र कुम्भ जैसे विशाल आयोजन में उन्होंने जिस तरह जिम्मेदारी निभाई है, वह न केवल संगठन का बल्कि पूरे जिले का गौरव बढ़ाने वाला है।”

संगठन का उद्देश्य जीवन्त हुआ:–

वर्दीधारी और अनुशासित देश के ये नौनिहाल इन युवा कैडेट्स को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो शिविर की पूरी व्यवस्था में एक सुसंगठित सुरक्षा व सेवा तंत्र काम कर रहा हो।
लड़कियाँ और लड़के अलग-अलग समूहों में निर्धारित शेड्यूल के अनुसार कार्यों का संचालन कर रहे हैं। उनका जोश और सेवा भावना देखकर मरीजों से लेकर डॉक्टरों और स्वयंसेवकों तक हर कोई प्रभावित हो रहा है।

समाज में संदेश :-

स्काउट्स एंड गाइड्स का मूल उद्देश्य अनुशासन, सेवा और समाजहित है। रामदेवरा नेत्र कुम्भ में उनकी भूमिका इस उद्देश्य को प्रत्यक्ष रूप से समाज के सामने ला रही है।
गैर-सरकारी संगठन होते हुए भी इनका अनुशासित और संगठित रूप में सेवा करना समाज के लिए प्रेरणादायक है। इन कैडेट्स को देखकर अन्य युवाओं में भी सेवा की भावना, सामाजिक कार्य के प्रति निष्ठा और अनुशासन का संस्कार मजबूत होता है।

नेत्रकुम्भ आयोजन समिति द्वारा आभार:–

सक्षम संगठन के पदाधिकारियों ने भी इन स्काउट्स एंड गाइड्स कैडेट्स के कार्य की सराहना की और कहा कि –
“ये युवा नेत्र कुम्भ की रीढ़ की हड्डी बनकर शिविर के संचालन को सुचारु और सफल बना रहे हैं। इनकी अनुशासित सेवाओं ओर काम के प्रति दृढ़ संकल्प ने इतने विशाल आयोजन को व्यवस्थित रूप से चलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

बाबा के बीज का सबसे पवित्र दिन :-

लोकदेवता बाबा रामदेव जी जयंती भाद्रपद महीने के बीज के दिन मनाई जाती है। आज के दिन देश और विदेश से लाखों भक्त बाबा रामदेवजी की समाधि पर पूजा-अर्चना करने और उनको याद करने के लिए इकट्ठा होते है और दर्शन लाभ लेते है। नेत्रकुम्भ परिवार भी लोकदेवता बाबा रामदेवजी की बीज पर बाबा के दर्शनार्थ आये सभी भक्तों को शुभकामनाएं देता है और बाबा के बताए समरसता, सर्वपंथ समभाव और मानव कल्याण के रास्ते पर चलने की मंगलकामनाएं करता है। नेत्रकुम्भ परिवार ने भी बाबा के अनन्य भक्तों की निःशुल्क नेत्रजाँच ओर चश्में वितरण के माध्यम से सेवा करने का निश्चय किया है और नेत्रजाँच के माध्यम से सभी ने अंधता निवारण संकल्प लिया है।

मन्दिर परिसर ने नेत्रजाँच सेवा :-

बाबा के असंख्य श्रद्धालुओं को दर्शन के साथ नेत्रजाँच ओर चश्में वितरण का लाभ मिले इसलिये नेत्रकुम्भ आयोजकों में मंदिर परिसर में केंद्र स्थापित किया है जहाँ भक्त अपनी नेत्रजाँच कराकर दर्शन करने की लाइन में लगते हैं और वे जब दर्शन करके वापिस आते हैं तबतक उनके नंबर के अनुसार चश्मा बनाकर तैयार कर दिया जाता है जिसे पहनकर भक्त खुशी से फुले नही समा रहे है।

श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क वेन की व्यवस्था :-

अधिक से अधिक बाबा के भक्तों की नेत्रजाँच हो और उनके रोग व कष्ट का निवारण हो इसके आयोजन समिति ने आधुनिक उपकरणों से लैस चल-चिकित्सा वेन, एम्बुलेंस ओर चार पहिया वाहनों का प्रबंध किया है जिसमें बैठकर यात्री नेत्रजाँच केंद्र में आते हैं और अपने नेत्रों की जाँच कराकर परामर्श के अनुसार चश्मा प्राप्त करते हैं और अपने गन्तव्य को प्रस्थान करते हैं।

कल दिनांक 24 अगस्त को 4422 लोगों का पंजीकरण हुआ, 4422 को परामर्श प्रदान किया गया, 3732 लाभार्थियों को निःशुल्क चश्में और 3635 रोगियों को दवाइयाँ प्रदान की गई।

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