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बीकानेर,महारानी कॉलेज में आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा घोषित जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में महाविद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा पर व्याख्यान, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, भाषण तथा वृत्तचित्र अवलोकन कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम का प्रारंभ
वन्देमातरम के साथ किया गया तदुपरांत सर्वप्रथम व्याख्यान का आयोजन किया गया। आईक्यूएसी की तरफ से आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता श्री लालूराम भील तथा अधिवक्ता श्री रेवंत सिंह राजवी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर नवदीप सिंह बेंस ने की।
आईक्यूएसी सह प्रभारी प्रोफेसर असित गोस्वामी ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के माल्यार्पण के साथ अतिथियों के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता श्री लालूराम भील ने भगवान बिरसा मुंडा के प्रारंभिक एवं पारिवारिक जीवन की जानकारी देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा अपने समुदाय व राष्ट्र के प्रति समर्पित थे। अंग्रेजों के द्वारा किए गए अत्याचारों एवं शोषण के खिलाफ भगवान बिरसा मुंडा ने संघर्ष करते हुए न केवल अपनी कुर्बानी दी अपितु मातृभूमि को आजाद कराने हेतु सतत प्रयत्नशील रहे।
अधिवक्ता श्री रेवंत सिंह राजवी ने अपने उद्बोधन में जनजातीय समुदाय की आजादी के आन्दोलनों में सहभागिता तथा भगवान बिरसा मुंडा की क्रांतिकारी सोच का जिक्र करते हुए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की तरह ही व्यक्ति को अपनी मातृभूमि को सर्वोपरि मानकर सतत सहयोग की भावना रखकर कर्तव्य पथ पर अग्रसर होना चाहिए।
इससे पूर्व प्राचार्य प्रोफ़ेसर नवदीप सिंह बैंस ने आगंतुक अतिथियों का अभिनंदन करते हुए बताया कि भगवान बिरसा मुंडा केवल एक समुदाय के ही नहीं, अपितु एक वास्तविक हीरो थे जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए जनजागृति का काम किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर मंजू मीणा ने आगंतुक अतिथियों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें इस तरह के कार्यक्रम निरंतर प्रेरित करने वाले होते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ उज्ज्वल गोस्वामी ने किया।
सांस्कृतिक समिति प्रभारी डॉ इंदिरा गोस्वामी ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई, इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी और सिद्धांतों को लेकर पोस्टर का निर्माण किया।
इस प्रतियोगिता में हिताशा रावत ने प्रथम दीप शिखा सोनी ने द्वितीय तथा माया प्रजापत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।प्रतियोगिता में कुल पन्द्रह छात्राओं में सहभागिता की।
वहीं दूसरी तरफ *स्वतन्त्रता संग्राम में जनजातीय समाज और नेताओं का योगदान* विषय पर साहित्यिक समिति के द्वारा निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, साहित्यिक समिति के सह संयोजक प्रोफेसर उज्ज्वल गोस्वामी ने बताया कि निबंध प्रतियोगिता में स्नातक कला संकाय की चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा रेणुका कंवर तथा प्रथम सेमेस्टर की छात्रा अन्नू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं बीए द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा दीपशिखा सोनी तथा प्रथम सेमेस्टर की छात्रा ने सामूहिक रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया, तृतीय स्थान पर बी ए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा खुशी सोनी रही। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका हिन्दी विभाग श्री रवींद्र कुमार शर्मा तथा दर्शनशास्त्र विभाग के श्री रविशंकर व्यास द्वारा निभाई गई। साहित्यिक समिति की तरफ से ही भाषण गतिविधि का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने भगवान बिरसा मुंडा की जीवन वृत्तांतों को प्रस्तुत किया।
इन विभिन्न कार्यक्रमों में महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्यों ने कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित किया
छात्राओं की गतिविधियों में सहभागिता अत्यधिक प्रशंसनीय रही।

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