Trending Now













श्रीडूंगरगढ,बीकानेर,गुणीजन सम्मान समारोह समिति के तत्वावधान में स्थानीय राष्ट्र‌भाषा हिन्दी प्रचार समिति के प्रांगण में गुरुवार को नगर के संगीत प्रेमियों के सान्निध्य में प्रसिध्द तबलावादक परमेश्वर कत्थक को जसवंतमल राठी स्मृति संगीत भूषण सम्मान से नवाजा गया। पुरस्कार में इकतीस हजार रुपये की राशि समर्पित की गई। समोराह के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता श्रीगोपाल राठी ने कहा कि संगीत अध्यात्म का द्वार खोलता है। कला के प्रति समर्पित लोगों का सम्मान करना समाज का दायित्व है। जो शहर साहित्य एवं कलाओं से विहीन हो जाता है, वह नीरस होकर रह जाता है। उन्होंने कहा कि परमेश्वर कत्थक ने अपनी कला से नगर का मान दूर- दूर तक बढाया है। बीज भाषण करते हुए विशिष्ट अतिथि पूर्व उपकोषाधिकारी बजरंग शर्मा ने कहा कि संगीत से जो व्यक्ति नाता रखता है, उसके जीवन में सरसता आ जाती है। संगीत, बिना गुरु के नहीं सीखा जा सकता। वाद्य संगीत का सारा आधार- हस्त कौशल पर निर्भर है। मुख्य अतिथि ओमप्रकाश राठी ने कहा कि श्रीडूंगरगढ शहर की अपनी कुछ गौरवशाली परम्पराएं हैं। इस शहर में साहित्य, संगीत, कलाओं को पोषण देने वाले लोग बहुत हैं।

पुरस्कार के प्रायोजक गौरीशंकर राठी ने कहा कि हमें अपने क्षेत्र की सांगीतिक प्रतिभाओं को तराशने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने ऐसे कार्यों में युवा पीढी को जोड़ने की बात पर विशेष बल दिया।
सम्मान समारोह में मांड गायक सांवर मल कत्थक, खुश्बू चौहान, ने मांड व गजल की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। जयराज कत्थक, जयपुर ने कत्थक नृत्य की बेहद सुंदर प्रस्तुतियां दीं। गुणीजन सम्मान समारोह समिति को अध्यक्ष लॉयन महावीर माली ने सबका आभार ज्ञापित किया। समारोह में नगर के गणमान्य जनों ने भाग लिया। बहुत ही शानदार संचालन डॉ. चेतन स्वामी ने किया। इस अवसर पर श्याम महर्षि सत्यनारायण भोजक विजय महर्षि गोपीराम नाइ हरिराम सारण श्याम सुंदर चोटिया केलाश बिहानी ओमप्रकाश गुरावा ओमप्रकाश गांधी सुशील सिरडिया लक्ष्मीनारायण सोनी थान मल भाटी रेल सेवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष तोलाराम मारू श्रीडूंगरगढ़ की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि मातृशक्ति पत्रकार बंधु आदि बड़ी संख्या में गणमान्य जनकार्य क्रम के साक्षी रहे।

Author