गंगानगर (राजियासर) श्रीगंगानगर के राजियासर में एनएच 62 जाम करने के बाद बीच सडक़ बैठे विधायक रामप्रताप कासनियां, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई और पूर्व विधायक राजेंद्र भादू। जिले के सूरतगढ़ इलाके के राजियासर में गुरुवार को बिजली कटौती के विरोध में भाजपा विधायक रामप्रताप कासनियां और नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने एनएच 62 पर राजियासर उपतहसील के पास गुरुवार सुबह धरना शुरू किया था। दोपहर तक मांगें नहीं मानने पर करीब तीन बजे के आसपास ग्रामीणों ने एनएच 62 पर जाम लगा दिया।
श्रीगंगानगर के एनएच-62 पर लगी वाहनों की कतार। इन लोगों का कहना था कि इलाके में बिजली सप्लाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है। कृषि कार्यों के लिए भी बिजली सप्लाई कम कर दी गई है। इस अवधि में भी कई बार कट परेशानी बन जाते हैं। जाम लगने के बादएनएच 62 पर दूर तक बसों और ट्रकों की कतार लग गई। दोनों विधायकों ने भी बिजली कटौती के लिए सरकार को आड़े हाथ लिया। ग्रामीणों के साथ पूर्व विधायक राजेंद्र भादू और भाजपा देहात मंडल अध्यक्ष पेपसिंह राठौड़ भी थे।सूरतगढ़ विधायक रामप्रताप कासनियां ने कहा कि सूरतगढ़ क्षेत्र में कहीं भी बिजली सप्लाई ठीक नहीं है। किसानों को जो बिजली मिलती है। उसमें भी कई बार कट लग जाते हैं। इससे किसान परेशान हैं। इलाके में कुछ जीएसएस स्वीकृत हुए करीब ढाई वर्ष हो गए हैं लेकिन अब भी इनका काम पूरा नहीं हुआ है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ी है।पूर्व विधायक राजेंद्र भादू ने भी लगातार हो रही बिजली कटौती को किसानों की परेशानी बढ़ाने वाला बताया। उनका कहना था कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।भाजपा के जिला प्रभारी और नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई और भजपा देहात मंडल अध्यक्ष पेपसिंह राठौड़ ने भी बिजली कटौती समाप्त करने की मांग की।दूर तक वाहनों की कतार
जाम से एनएच-62 पर दूर तक वाहनों की कतार लग गई। यह नेशनल हाई वे बीकानेर और अन्य कई जिलों को श्रीगंगानगर और पंजाब से जोड़ता है। ऐसे में जाम लगने से बड़ी संख्या में माल परिवहन करने वाले ट्र्रक बीच रास्ते रुक गए। वहीं रोडवेज, लोकपरिवहन और निजी बसों में यात्रा करने वाले यात्री भी परेशान होते रहे। ग्रामीणों ने सामान्य वाहनों को रोका लेकिन सेना और मेडिकल से जुड़े वाहनों को जाने दिया गया।
एसई से वार्ता के बार धरना हटाया
ग्रामीणों ने शाम को एसई जेएस पन्नू से वार्ता के बाद धरना हटाया। एसई पन्नू ने ग्रामीणों की मांगों पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण धरने से हटे। एसई पन्नू का कहना था कि समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा।